मोहन और रमेश लंगोटिया यार थे। ऐसे पक्के दोस्त, जिनकी मिसाले गाँव भर में दी जाती थी। मोहन और रमेश लंगोटिया यार थे। ऐसे पक्के दोस्त, जिनकी मिसाले गाँव भर में दी जाती ...
नटखट हैं तू नन्दलाल मन को हर्षाये मेरे ओ मोहन तू वृन्दावन के लाल मेरो कान्हा। नटखट हैं तू नन्दलाल मन को हर्षाये मेरे ओ मोहन तू वृन्दावन के लाल मेरो कान्हा।
इसी मोह में डूबा हुआ 'मोहन' चिंता की चिता पर जलता हुआ भूत और भविष्य को टटोल रहा है। इसी मोह में डूबा हुआ 'मोहन' चिंता की चिता पर जलता हुआ भूत और भविष्य को टटोल रहा ...
राधा:/ मोहन गिरधारी तू निर्मल कृष्ण मुरारी सज रही हैं राधा मेरे गिरधर नन्दलाल तेरी राधा राधा:/ मोहन गिरधारी तू निर्मल कृष्ण मुरारी सज रही हैं राधा मेरे गिरधर नन्दलाल ते...