पापा इसमें सेंटीमेंटल होने की आवश्यकता नहीं है ।थोड़ा प्रैक्टीकल होकरसोचिए । पापा इसमें सेंटीमेंटल होने की आवश्यकता नहीं है ।थोड़ा प्रैक्टीकल होकरसोचिए ।
पर मोह माया के जंजाल में फंसेंगी नहीं कभी। पर मोह माया के जंजाल में फंसेंगी नहीं कभी।
बुझे-बझे हुए से मायूस चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ पड़ी। बुझे-बझे हुए से मायूस चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
जीवन में किसी पर भरोसा करना असंभव है। यह एक सच्ची कहानी है। केवल नाम बदल दिए गए हैं। जीवन में किसी पर भरोसा करना असंभव है। यह एक सच्ची कहानी है। केवल नाम बदल दिए गए ...
सदा एक नकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना तथा दुखी होते रहना...पता नहीं कैसा शौक बन गया था सदा एक नकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना तथा दुखी होते रहना...पता नहीं कैसा शौक बन गया ...
दादी की आँखों पर बंधी मोह की पट्टी उन्हें जायज़-नाजायज़ और नीयत-जरूरत का फर्क भुला चुकी थी। दादी की आँखों पर बंधी मोह की पट्टी उन्हें जायज़-नाजायज़ और नीयत-जरूरत का फर्क भुला...