अंतर्द्वंद, बेशर्म वो था या मैं थी... अंतर्द्वंद, बेशर्म वो था या मैं थी...
अच्छा हुआ कि आज़ इस व्यक्ति के चेहरे का मुखौटा उतर गया अच्छा हुआ कि आज़ इस व्यक्ति के चेहरे का मुखौटा उतर गया
वरना दुश्मनों की क्या मजाल , जो भारत के वीरों को छू लेगी वरना दुश्मनों की क्या मजाल , जो भारत के वीरों को छू लेगी