इन्हें इनके देवी-देवताओं के पास वापस भिजवा रही हूँ। कम से कम उनके पास यह सुरक्षित तो रहेंगे। इन्हें इनके देवी-देवताओं के पास वापस भिजवा रही हूँ। कम से कम उनके पास यह सुरक्षि...
उसकी इस ज़िद के आगे भी उसके माता पिता को घुटने टेकने पड़े थे व आरोही को नौकरी करने की रजामंदी दे चुके ... उसकी इस ज़िद के आगे भी उसके माता पिता को घुटने टेकने पड़े थे व आरोही को नौकरी करने...
सके अंदर आज भी डर है सके अंदर आज भी डर है
रंग इस दहलीज के अंदर नही आएंगे क्योंकि यह एक विधवा आश्रम है। रंग इस दहलीज के अंदर नही आएंगे क्योंकि यह एक विधवा आश्रम है।
आसपास खिले गुलाब महक रहे थे और महक रहा था अवनि का साथ पाकर एस. पी. अभिमन्यु का मन। आसपास खिले गुलाब महक रहे थे और महक रहा था अवनि का साथ पाकर एस. पी. अभिमन्यु का म...
एक नयी सुबह के इंतजार में उस अदृश्य सत्ता से जिसे हम अपना ईश्वर कहते हैं, इंसाफ करने की एक नयी सुबह के इंतजार में उस अदृश्य सत्ता से जिसे हम अपना ईश्वर कहते हैं, इंसाफ ...