यह कहानी दिखाती है कि कैसे प्रकृति संरक्षण, पीढ़ी दर पीढ़ी का काम है। यह कहानी दिखाती है कि कैसे प्रकृति संरक्षण, पीढ़ी दर पीढ़ी का काम है।
बीज दुख कर हवा में उड़ कर दूर दूर तक फैल जाती है , ऐसी है हमारी प्रकृति बीज दुख कर हवा में उड़ कर दूर दूर तक फैल जाती है , ऐसी है हमारी प्रकृति
लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
ये सब बच्चे जो ऐसी बातों को अंधविश्वास कहते थे, इस संयोग पर हैरान थे। ये सब बच्चे जो ऐसी बातों को अंधविश्वास कहते थे, इस संयोग पर हैरान थे।
एक दिन सासु माँ ने पायल को आवाज़ देकर कहा "देख पायल तेरे पौधे में कली निकल आयी है। एक दिन सासु माँ ने पायल को आवाज़ देकर कहा "देख पायल तेरे पौधे में कली निकल आयी है...
जो बीज आपने बोया, पेड़ तो उसी का लगेगा ना ? जो बीज आपने बोया, पेड़ तो उसी का लगेगा ना ?