चारु अंदर ही अंदर सुनकर ख़ुश थी दादीसा का प्यार भी अनोखा है....! चारु अंदर ही अंदर सुनकर ख़ुश थी दादीसा का प्यार भी अनोखा है....!
बस उसने मदद करने का क्या बोला पूरे घरवाले अपने असली रंग में आ गए बस उसने मदद करने का क्या बोला पूरे घरवाले अपने असली रंग में आ गए
एक आँख अभी भी पलकों के जबरदस्त चिपके होने से नहीं खुल पा रही थी एक आँख अभी भी पलकों के जबरदस्त चिपके होने से नहीं खुल पा रही थी
तुम ही बावरी हो जो इतना दौड़ती भागती रही हमने तो नहीं कहा था । तुम ही बावरी हो जो इतना दौड़ती भागती रही हमने तो नहीं कहा था ।