मां, वो मुझे फटीचर बुलाते हैं..... मां, वो मुझे फटीचर बुलाते हैं.....
दोनों मित्र सम्राट की मूर्खता पर ठहाका लगाने लगे। दोनों मित्र सम्राट की मूर्खता पर ठहाका लगाने लगे।
आज वह गेंद भी उसके हाथ में थी, जोकि उसके आत्मविश्वास का प्रतीक थी। आज वह गेंद भी उसके हाथ में थी, जोकि उसके आत्मविश्वास का प्रतीक थी।
पतंग और गुरूर की सद्धी को बाँधकर रची गई एक मनोरंजक बालकथा...! पतंग और गुरूर की सद्धी को बाँधकर रची गई एक मनोरंजक बालकथा...!
माँ घर पर ही अक्षर ज्ञान कराती और कहानियों की किताबें पढ़ाती। मैं ठीक से पढ़ तो नहीं पाती लेकिन सुनक... माँ घर पर ही अक्षर ज्ञान कराती और कहानियों की किताबें पढ़ाती। मैं ठीक से पढ़ तो ...