पापा जी का जवाब था, ये तुम्हारी औलाद है तुम जानो। उस दिन राज की आंखों के आगे से सारे ज़िम्मेदारी वाल... पापा जी का जवाब था, ये तुम्हारी औलाद है तुम जानो। उस दिन राज की आंखों के आगे से ...
ओके ! चल बाद में बात करता हूँ, कहते हुए उसने फ़ोन रख दिया। ओके ! चल बाद में बात करता हूँ, कहते हुए उसने फ़ोन रख दिया।
इस हार के बाद मैंने सोच लिया था कि मुझे सीबीएसई नेशनल में गोल्ड जीतना ही है । इस हार के बाद मैंने सोच लिया था कि मुझे सीबीएसई नेशनल में गोल्ड जीतना ही है ।