भी वह स्कूल आती और स्कूल से जाती, वह लड़का सडक के किनारे खड़ा उसे निहारा करता। भी वह स्कूल आती और स्कूल से जाती, वह लड़का सडक के किनारे खड़ा उसे निहारा करता।
वो प्यार कोई और नहीं भारत-माता थी। वो प्यार कोई और नहीं भारत-माता थी।
तुमको एहसास नहीं तो हम क्या करें, हम तो तुम पर कब से हैंं फिदा। तुमको एहसास नहीं तो हम क्या करें, हम तो तुम पर कब से हैंं फिदा।
कविता की ये पंक्तियां सुनकर ऑडियंस ताली बजाने लगी। कविता की ये पंक्तियां सुनकर ऑडियंस ताली बजाने लगी।
उसके ख़याली मनगढ़त दुनिया से बिलकुल अलग है आज के दौर की हकीकत। वो जानती तो है पर मानने से डरती है वो... उसके ख़याली मनगढ़त दुनिया से बिलकुल अलग है आज के दौर की हकीकत। वो जानती तो है पर...
जैसे किसी पुराने प्रेम को अपनी अनकही बाते बता रहे हो जैसे किसी पुराने प्रेम को अपनी अनकही बाते बता रहे हो