निकलो यहाँ से अब तुम यहाँ नहीं रह सकते,अब मैं तुम्हारा ख़र्चा नहीं उठा सकता।"सुरेश के यह निकलो यहाँ से अब तुम यहाँ नहीं रह सकते,अब मैं तुम्हारा ख़र्चा नहीं उठा सकता।"सुरे...
ओ सियारी! दावत खाने के लिए तैयार हो जा। एक मोटे-ताजे शिकार का पता लगाकर आया हूं।' ओ सियारी! दावत खाने के लिए तैयार हो जा। एक मोटे-ताजे शिकार का पता लगाकर आया हूं।...
दोनों ढोल वादक ढोल के जानकार हैं तो थाप देनी शुरू कर दी, दोनों ढोल वादक ढोल के जानकार हैं तो थाप देनी शुरू कर दी,
एक रात मैंने ढोल अपने वारिस के गले में डाल दिया वो भी तब जब वो सो रहा था । एक रात मैंने ढोल अपने वारिस के गले में डाल दिया वो भी तब जब वो सो रहा था ।