अब्र की नादानियां और बेवजह हम पर बरसना, चश्म ए तर हो गये मेरे तो हमसे समझा न गया। अब्र की नादानियां और बेवजह हम पर बरसना, चश्म ए तर हो गये मेरे तो हमसे समझा न ...
खतरा तो वक्त के साथ हो सकता है बढ़ने लगा है खतरा तो वक्त के साथ हो सकता है बढ़ने लगा है
वह पैसे लोगों को खिलाएगा बल्कि उसने खिला भी दिए वह पैसे लोगों को खिलाएगा बल्कि उसने खिला भी दिए
चौथा स्तंभ धराशाई हो गया हैं।अपना कर्तव्य फ़र्ज़ अदा नहीं कर रहा हैं। चौथा स्तंभ धराशाई हो गया हैं।अपना कर्तव्य फ़र्ज़ अदा नहीं कर रहा हैं।