हर किसी में कोई न कोई कमी जरूर होती है और हर किसी में गुण भी अलग अलग होते हैं। हर किसी में कोई न कोई कमी जरूर होती है और हर किसी में गुण भी अलग अलग होते हैं।
नको उपेक्षा नहीं अपनेपन और प्यार की जरूरत है। नको उपेक्षा नहीं अपनेपन और प्यार की जरूरत है।
सिनेमा की रील की तरह एक-एक कर सारी बातें सामने आती गई । सिनेमा की रील की तरह एक-एक कर सारी बातें सामने आती गई ।
अपनी मजबूरी होती है पर जरूरत है उसे हौसला देते हुए उसे उसकी ताकत बनाने की। अपनी मजबूरी होती है पर जरूरत है उसे हौसला देते हुए उसे उसकी ताकत बनाने की।