अपने प्यादे से वजीर को मात देते हुए राजेंद्र बाबू बोले और दोनों के चेहरे पर मक्कारी भरी मुस्कान आ गई... अपने प्यादे से वजीर को मात देते हुए राजेंद्र बाबू बोले और दोनों के चेहरे पर मक्क...
एक गांव में हो रहे छुआ-छूत की मर्मान्तिक कहानी एक गांव में हो रहे छुआ-छूत की मर्मान्तिक कहानी
सच में भगीरथी गंगा का पाखंडी भक्त नहीं था। सच में भगीरथी गंगा का पाखंडी भक्त नहीं था।
कलौते बेटे के हाथ से अंतिम समय मे गंगाजल और तुलसी पत्ता तक नहीं नसीब हुआ।" कलौते बेटे के हाथ से अंतिम समय मे गंगाजल और तुलसी पत्ता तक नहीं नसीब हुआ।"