वरना न तुम बात छेड़ते न मैं कह पाती। खुश रहना, खुश रहूंगी। वरना न तुम बात छेड़ते न मैं कह पाती। खुश रहना, खुश रहूंगी।
पर ये रसोई के काम तेरे नही रिया के हैं। पर ये रसोई के काम तेरे नही रिया के हैं।
यह तो ठीक ऐसे ही है जैसे बच्चे के पास तरह तरह के रंगबिरंगी खिलौने है पर घर मे माँ नहीं है... यह तो ठीक ऐसे ही है जैसे बच्चे के पास तरह तरह के रंगबिरंगी खिलौने है पर घर मे मा...