ए साहब ज़रा काम दे दो मुझे घर चलाने का पैसा दे दो मुझे। ए साहब ज़रा काम दे दो मुझे घर चलाने का पैसा दे दो मुझे।
अंधेरे की वजह से चद्दर की जगह दादी दादा की धोती ले आयी थी अंधेरे की वजह से चद्दर की जगह दादी दादा की धोती ले आयी थी
आज संदूक खोला तो सामने नीली साड़ी मुस्कुरा रही थी जिसपर रूपहले धागों की कढाई तारों सी चमक रही थी, जो... आज संदूक खोला तो सामने नीली साड़ी मुस्कुरा रही थी जिसपर रूपहले धागों की कढाई तार...
वह यही कोशिश करता कि उसके बैटिंग करते वक़्त उसके बैट से मारी गई बॉल नुक्कड़ वाली को लगे. कभी कभी बॉल... वह यही कोशिश करता कि उसके बैटिंग करते वक़्त उसके बैट से मारी गई बॉल नुक्कड़ वाली...