उसकी यादों से पीछा छुड़ाने के लिए मैंने भी शादी कर ली पर सहर अब भी याद आती। उसकी यादों से पीछा छुड़ाने के लिए मैंने भी शादी कर ली पर सहर अब भी याद आती।
जिन्दगी उस दोराहे पर खड़ी लेखिका इस कश्मकश में है की ज़िन्दगी उन्हें तकलीफ देगी या कोई नई जिन्दगी उस दोराहे पर खड़ी लेखिका इस कश्मकश में है की ज़िन्दगी उन्हें तकलीफ देगी य...
मुझे कोई एतराज नहीं है, क्योंकि मैं तो आपकी आज्ञा का पालन करना अपना धर्म समझती हूं मुझे कोई एतराज नहीं है, क्योंकि मैं तो आपकी आज्ञा का पालन करना अपना धर्म समझती ह...