और हाँँ ये जिन्दगी हमेशा अच्छे लोगों का साथ जरूर देती है। और हाँँ ये जिन्दगी हमेशा अच्छे लोगों का साथ जरूर देती है।
"मैं आपको देखने के लिए बीस मील चल चुका हूं। "मैं आपको देखने के लिए बीस मील चल चुका हूं।
साधु बाबा ने चोर को अपने पास में बैठा कर उसे इस तरह प्रेम से खिलाया, जैसे कोई माँ भूख से बिलखते अपने... साधु बाबा ने चोर को अपने पास में बैठा कर उसे इस तरह प्रेम से खिलाया, जैसे कोई मा...
लेखक : अलेक्सान्द्र कूप्रिन अनुवाद : आ।चारुमति रामदास लेखक : अलेक्सान्द्र कूप्रिन अनुवाद : आ।चारुमति रामदास
अचेत होते-होते सुखी देवी के कानों में एक ही वाक्य रह-रहकर गूँज रहा था, "पानी पिला दो नानी, अचेत होते-होते सुखी देवी के कानों में एक ही वाक्य रह-रहकर गूँज रहा था, "पानी पिल...