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कहानी पिता जी अजन्मी वादा चिठ्ठी सामाजिक सरोकार नादान अप्रत्याशित रिश्ते आँसू प्रयास hikdikahani चरित्र चीख धोखा वयस्क संस्कृति सपना हम बड़े है इसलिए अपने छोटो को सज़ा देने का हक़ रखते हैं पर अगर गलती बडो की हो तो ? बेटी

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