कौन सा कदम वायरस की घर में ले आये, कोरोना हर पल का खौफ बन रहा है। कौन सा कदम वायरस की घर में ले आये, कोरोना हर पल का खौफ बन रहा है।
प्रेम तो शायद कुछ और ही था, जो कुछ करने ही नहीं देता था प्रेम तो शायद कुछ और ही था, जो कुछ करने ही नहीं देता था
मम्मा, आपको मुझसे हारने से दुःख तो नहीं हो रहा है?" मम्मा, आपको मुझसे हारने से दुःख तो नहीं हो रहा है?"