ये रिश्ता क्या कहलाता है
ये रिश्ता क्या कहलाता है
मम्मा, मुझे शादी वादी नहीं करनी।
क्यों, जब बूढ़ा हो जाएगा तब करेगा क्या?
मैंने कहा दिया न, मुझे शादी नहीं करनी।
पर बता तो सही कि आखिर बात क्या है, क्या कमी है उसमें।
उसमें कोई कमी नहीं, मैं... मैं किसी और को प्यार करता हूँ।
अरे वाह, तो तूने पहले क्यों नहीं बताया, हम लोगों के लिये तुम्हारी खुशी से बढ़कर और कुछ नहीं है।
तू मिलवा तो उसे। हम खुद उसके घर जाकर तेरे रिश्ते की बात करके आएंगे।
लेकिन....
लेकिन क्या..?
मैं... मैं..
अब मैं मैं क्या लगा रखा है, कुछ आगे भी बोल।
मैं किसी लड़की से प्यार नहीं करता।
क्या मतलब?
मुझे...मुझे एक लड़के से प्यार है और मैं उसी से शादी करूंगा।
तू.. तू कहीं पागल तो नहीं हो गया है, ये कैसी बाते कर रहा है।
यही सच है मम्मा I am a Gay!
किसी कांच टूटने के बाद होने वाली सन्नाटे की तरह हर तरफ खमोशी पसर गयी थी वहां। तभी उसके मोबाइल की रिंगटोन बजती है............ ये रिश्ता क्या कहलाता है
और वो उन्हें उसी तरह स्तब्ध छोड़ कमरे से बाहर निकल जाता है, बाहर से उसकी मद्धम सी आवाज़ अभी भी आ रही थी....हेलो, हाँ राहुल, मैंने घर पर तेरे मेरे बारे में सब बता दिया है, मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता.... आई लव यू...
सन्नाटा फिर पसर गया...