उफ्फ्फ ऐ न्यूज़
उफ्फ्फ ऐ न्यूज़
मोबइल चलाते चलाते बोर हो गई ।फेसबुक व्हाट्सप्प यू टूयब सब पर घूम कर थक गई।तभी मेरा धयान टी वी पर गया सोचा आज इनके भी दर्शन कर लूं ! आखिर इसमे भी तो रिचार्ज किया है।थोड़ा देख कर पैसा वसूल कर लूं , मसनद टिका कर हाथ में रिमोट लेकर बैठ गई।सच बताऊँ पूरे शहंशाह वाली फीलिंग आप रही थी.
यहाँ भी चैनल बदल बदल कर थक गई ।कहीं सीरियल के स्लो धुन थे।कहीं मार पिट कहीं सांप बिच्छू, सोचा थोड़ा न्यूज़ ही सुन लूँ ।थोड़ा देश दुनया की भी खबर हो।अपनी ख़ुशी से थोड़ी ना होता है ! देश में सब खुश होने चाहिए। मैंने जैसे ही एक न्यूज़ चैनल लगाया ।वहां पर कुछ औरतें और मर्द आपस में लड़ रहे थे।एंकर उन्हें बार बार शांत रहने के लिए निवेदन कर रहा था समझ में ही नहीं आ रहा था की ये लड़ क्यों रहे हैं।बाद में पता चला कि भाई ,किसी मुद्दा पर डिबेट चल रहा है ।ऐसा डिबेट? ये तो लड़ाई लग रही थी।मैंने घबराकर दूसरा चैनल लगाया ।देखिए अमेरिका ईरान के साथ क्या करता है ? क्या य् तीसरे विश्व युद्ध की आहट है।न्यूज़ देखकर तो मुझे घबराहट होने लगी।अरे बाप रे मैंने तो अभी सही से दुनिया भी नहीं देखी और युद्ध होने वाले है।न्यूज़ सुनकर दिल की धड़कनें तेज़ हो गईं ।मैंने जल्दी से चैनल बदला , "देखिए करीना कपूर बिना मेकअप के कैसी दिखती हैं।उनके बच्चें ने आज कार्रोट का सूप पिया। नागिन में क्या होने वाला है।क्या काली नागिन ही गुंडी है?देखकर मेरे सर चकराने लगे।मैंने टीवी बंद करने में ही भलाई समझी।कहीं न्यूज़ देखकर हार्ट अटैक ना हो जाए।वैसे भी कमजोर दिल है मेरा।
मैं न्यूज़ चैनल को कुछ गलत नहीं कह रही हूं। टी आर पी के लिए छोटी छोटी बातों को इस तरह दिखाना कि जैसे कोई युद्ध हो गया आफत आ गई , गलत है । किसी भी हीरो या हीरोइन की भी लाइफ है,उन्होंने क्या खाया ,क्या किया, दिखा दिखा कर ना पकाइए ।न्यूज़ और खबरों से आदमी के जीवन में फर्क पड़ता है।इसलिए कोई भी खबर दिखाने से पहले उसकी पूरी जाँच अवश्य करें ।