फिर से दिखाई दी एक झोपड़ी और उसके बाहर बैठी मायूस आँखों से देखती लड़कियां। फिर से दिखाई दी एक झोपड़ी और उसके बाहर बैठी मायूस आँखों से देखती लड़कियां।
वह इनके घरों के बाथरूम और पखाना से नहीं आती, दिमागों से अधिक आती है। वह इनके घरों के बाथरूम और पखाना से नहीं आती, दिमागों से अधिक आती है।
काली की जागीरी अब नब्बे के दशक में खत्म हुई। काली की जागीरी अब नब्बे के दशक में खत्म हुई।
अगली सुबह मंगता की भू (बहू) के चबूतरे पर चींटियां चावल खाती दिखीं। अगली सुबह मंगता की भू (बहू) के चबूतरे पर चींटियां चावल खाती दिखीं।