Ranjan Shaw

Others

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Ranjan Shaw

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कॉलेज लाइफ

कॉलेज लाइफ

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1. फर्स्ट काउन्सलिंग

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मुझे फिल्में देखने का बहुत शौक था । ज्यादातर मैं हिंदी फिल्म ही देखता था और फिल्में समाज का आईना होती है । जहां कुछ सच तो कुछ झूठ सभी का मिश्रण दिखाई पड़ता है । ऐसे ही मिश्रणों में कॉलेज लाइफ को बहुत ही सुन्दर दिखाया जाता है । लेकिन वास्तविकता से मेरा परिचय कॉलेज पहुंचने के बाद हुआ ।


मुझे याद है आज भी वह दिन जिस दिन मेरिट में मेरा नाम 348 वें नंबर पर था । मैं साइबर कैफे में अपना नंबर देख कर सोच में पड़ गया था कि मेरा कॉलेज में एडमिशन होगा कि नहीं क्योंकि सीट केवल 60 स्टूडेंट्स के लिए ही थी ।


पहले दिन कॉलेज की काउंसलिंग आरंभ हुई । मुझे बुलाया नहीं गया था । लेकिन मैं फिर भी मन में उम्मीद लेकर कॉलेज जाता हूं । कॉलेज के गेट पर बहुत ही भीड़ लगी रहती है । कई सीनियर्स एक दूसरे के डाक्यूमेंट्स देखकर उन्हें साइड में आने के लिए बोलते हैं । मैं यह सब पहली बार देख रहा था । मुझे नहीं पता था कि उन्हें साइड में क्यों बुलाया जा रहा है । 


  मैं किड्स अंदर घुसने वाला रहता हूं कि मुझे गेट पर ही रोक दिया जाता है । थोड़ी देर में एक सीनियर कॉलेज के गेट के बाहर ही मुझे रोककर कहते हैं -

- क्यों भाई, अंदर कहां जा रहे हो ?

- मैं घबराता नहीं हूं और बेफिक्र होकर कहता हूं, "आज मेरा काउंसलिंग है । मुझे काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है ।"

- कौन सा डिपार्टमेंट ? 

- बॉटनी ऑनर्स 

- वो अच्छा ! बॉटनी ऑनर्स, लेकिन उसका तो काउंसलिंग बंद हो गया 12:00 बजे ही । यह लो मेरा नंबर , मुझे शाम को एक बार कॉल करना । तुम्हारा एडमिशन हो जाएगा ।


उस भैया ने एक छोटे से कागज़ के टुकड़े को जोर जबस्ती मेरे हाथों में थमा दिया और मुझे घर चले जाने को कहा । मैं सोचने लगा कि यहां यह सब क्या चल रहा है ? 


उस भैया का मुझसे ध्यान हटते ही मैं कॉलेज में प्रवेश कर जाता हूं । कॉलेज में काउंसलिंग चल रही थी इसलिए गेटमैन भी मुझे नहीं रोकता है । कॉलेज में प्रवेश करते ही मैं चौकन्ना हो जाता हूं । मैंने कान खड़े हो जाते हैं । अंदर ही अंदर मैं डरा रहता हूं कि कहीं कोई मुझे पकड़ कर कॉलेज के गेट के बाहर ना कर दे ।


  इतने में दो तीन लड़कों के ग्रुप को कहते हुए सुनता हूं । 

"अरे यार ! साइंस बिल्डिंग उस तरफ है । चलो जल्दी ! नहीं तो काउंसलिंग खत्म हो जाएगी ।"


मैं उनके पीछे-पीछे चला जाता हूं । साइंस के लिंग के निचले हिस्से में ही एक बोर्ड लगा रहता है । जिस पर किस तल पर कौन सा डिपार्टमेंट है लिखा रहता है । 


मुझे दूसरे तल के बायोलॉजी गैलेरी में जाना था । कॉलेज के वेबसाइट पर बॉटनी ऑनर्स के लिए काउंसलिंग का टाइम 1:00 बजे रखा गया था । मैं 12:20 के तकरीबन पहुंच गया था । मुझे विश्वास था कि काउंसलिंग कि निर्धारित समय सीमा सही है इसलिए मैंने कॉलेज के गेट के बाहर उस सीनियर का विश्वास नहीं किया था ।


  बायोलॉजी गैलेरी का दरवाजा बंद था ।


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