हाँ, मेरा मोप्स्या किसी भी इन्सान के मुक़ाबले में ज़्यादा होशियार और बढ़िया है! हाँ, मेरा मोप्स्या किसी भी इन्सान के मुक़ाबले में ज़्यादा होशियार और बढ़िया है!
सभी चीज़ का व्यापार नहीं होता है साब। अपने घर के लोगों के साथ कोई व्यापार करता है भला? आल्लारखा बस एक... सभी चीज़ का व्यापार नहीं होता है साब। अपने घर के लोगों के साथ कोई व्यापार करता है...
अब उसे उस दिन का इंतज़ार था जब वह लुंगी वाले अंकल के कुत्ते से बिलकुल नहीं डरेगा। अब उसे उस दिन का इंतज़ार था जब वह लुंगी वाले अंकल के कुत्ते से बिलकुल नहीं डरेगा...
(रूसी लोककथा) अनुवाद: आ। चारुमति रामदास (रूसी लोककथा) अनुवाद: आ। चारुमति रामदास