डोर टू डोर कैंपेन- 9
डोर टू डोर कैंपेन- 9
अगली सुबह डोर टू डोर कैंपेन के लिए निकलने को जब सब श्वान एक पेड़ के नीचे इकट्ठे हुए तो उनमें आपस में चर्चा छिड़ गई।
एक दुबला पतला सा कुत्ता बोला- भाइयो, अभी तक तो हम सब ऐसे प्राणियों से मिले हैं जिनका हमने कभी कुछ बुरा नहीं किया, वो तो हमें सपोर्ट देंगे ही। पर जिन जानवरों का हमने कुछ न कुछ बुरा किया है उनका इरादा भी तो जान लो। यदि उन्हें नहीं मनाया तो हमारा काम खराब कर सकते हैं।
बात तो सही है। ये तो बड़ी दूर की सोची। मुखिया डॉगी ने कहा।
ऐसा कौन है जिसका हमने कुछ बुरा किया हो, आज उसी के पास चलेंगे। एक कुत्ते ने कहा।
भूल गए ? जिसको सब मौसी- मौसी कहते हैं उस बिल्ली को तो देखते ही मारने के लिए झपट पड़ते हो! वो हमारा साथ क्यों देगी? एक नन्हे से विलायती पिल्ले ने कहा।
सब चुप हो गए। सन्नाटा सा छा गया।
वही पप्पी फ़िर बोला- और वो बिल्ली तो वैसे भी शेर की प्रजाति की ही है, वो शेर का ही सपोर्ट करेगी, हमारा क्यों?
पर उसे समझाना तो बहुत ज़रूरी है। वो तो ख़ुद घर घर दूध पीने के लिए डोर टू डोर जाती है। वो अगर लोगों को हमारे ख़िलाफ़ भड़काने लगी तो भारी गड़बड़ हो जाएगी। एक अन्य कुत्ते ने कहा।
सब चिंतित हो गए।
सबसे बड़ी मुसीबत ये थी कि डोर टू डोर कैंपेन के लिए अगर बिल्ली के दरवाज़े पर जाते तो वो दूर से ही डर कर भाग जाती। तो फ़िर उसे समझाया कैसे जाए।
सब दिमाग़ दौड़ाने लगे।
बड़े- बड़े कानों वाले एक झबरीले कुत्ते ने कहा- मेरे पास एक आइडिया है!
सब उसकी ओर देखने लगे।
उसने कहा- हम लोग एक फ्रेंडशिप पार्टी करते हैं और उसमें सब बिल्लियों को इनवाइट करके उनका मनपसंद भोजन परोसें।
आइडिया तो अच्छा है, मगर बिल्लियों का फेवरेट फूड तो चूहे हैं। चूहे मारकर उन्हें खिलाएंगे तो चूहे हमें सपोर्ट कैसे करेंगे। चूहे हमसे नाराज़ हो जाएंगे। एक डॉगी बोला।
पर बिल्लियों को दूध भी तो काफ़ी पसंद होता है। क्यों न हम दूध की पार्टी करें! एक कुत्ते का सुझाव आया।
लेकिन हम इतना दूध लाएंगे कहां से? पिल्ला बीच में ही बोल पड़ा।
क्यों, कल भैंस ने नहीं बोला था कि वो सबको दूध देती है? कुत्ते ने याद दिलाया।
अरे लेकिन अगर हम पार्टी करेंगे तो बिल्लियां डर के कारण उसमें नहीं आएंगी।
पिल्ले ने ताली बजाते हुए कहा- पार्टी हम सब बच्चे दे देंगे, वो हमसे तो बिल्कुल भी नहीं डरतीं।
हां, मेरे तो कई बार वो कान खींच कर भाग जाती है। बड़ी नॉटी है। पप्पी ने कहा।
सब हंस पड़े।
