उसने अपने परिवार की मर्यादा और प्रतिष्ठा को बचा लिया था। नसीहतों की गठरी अभी भी खुली हु उसने अपने परिवार की मर्यादा और प्रतिष्ठा को बचा लिया था। नसीहतों की गठरी अभी भी ...
पतझड़ की बात हो और बसंत की बात ना हो तो बात अधूरी लगती है । पतझड़ की बात हो और बसंत की बात ना हो तो बात अधूरी लगती है ।
"माजी मैं बनूंगी यशोदा आप बच्चे को घर लाने की तैयारी करें,! "माजी मैं बनूंगी यशोदा आप बच्चे को घर लाने की तैयारी करें,!
माशा-अल्लाह, क्या सुकून था उस आवाज़ में। मेरे तो रोंयें खड़े हो गए और दिल पिघल कर आँसू में बह गया। सच... माशा-अल्लाह, क्या सुकून था उस आवाज़ में। मेरे तो रोंयें खड़े हो गए और दिल पिघल कर...
हम स्टोर की धूल में रिश्ता मैला नहीं करना चाहते । हम स्टोर की धूल में रिश्ता मैला नहीं करना चाहते ।
अफसर की चीत्कार में अब उसका रुदन भी मिल गया था ! अफसर की चीत्कार में अब उसका रुदन भी मिल गया था !