कैसा फ़ूहड़ है! तेरे रहते तो घर में मेज़पोश रह ही नहीं सकता! कैसा फ़ूहड़ है! तेरे रहते तो घर में मेज़पोश रह ही नहीं सकता!
अंतिम रूप से रोहन की ज़िन्दगी में भी प्यार आ ही गया। अंतिम रूप से रोहन की ज़िन्दगी में भी प्यार आ ही गया।
जिंदगी जी लो यही काफी है मोहब्बत में ना जाने कितने जान लुटाई है। जिंदगी जी लो यही काफी है मोहब्बत में ना जाने कितने जान लुटाई है।
दिशा की सारी यादें कल शाम बहा दीं समंदर में। बीच पर उसका ख्याल नहीं आया। दिशा की सारी यादें कल शाम बहा दीं समंदर में। बीच पर उसका ख्याल नहीं आया।
उसकी बहू भले आज झुमकी बन गयी हो, वो उसे कल अम्मा नहीं बनने देंगी। उसकी बहू भले आज झुमकी बन गयी हो, वो उसे कल अम्मा नहीं बनने देंगी।