एक पल के लिए दोनों एक दूसरे की आँखों में खो गये।
इज्जत मान सम्मान दिया होता तो इस श्राद्ध करने का कोई मतलब भी समझ आता। यह दिखावे की श्र
ये कहानी एक सच्ची घटना से प्रेरित है
जब तक इस लड़के को पता चला कि उसको धोखा दिया जा रहा है, तब तक बहुत देर हो चुकी थी
वह अपने बच्चे के साथ वह हर चीज करने लगी जो एक साधारण बच्चे के साथ किया जाता है।
कोई बात नहीं बेटा, जीवन में कभी-कभी अप्रत्याशित घट जाता है,