बेइंतेहा मोहब्बत करने की गुस्ताखी की है हमने, तुझे खुद से भी ज्यादा चाहने की कोशिश की बेइंतेहा मोहब्बत करने की गुस्ताखी की है हमने, तुझे खुद से भी ज्यादा चाहने की ...
न होने दो खंडहर न होने दो खंडहर
भूल बैठे हैं वो अंधकार में ही ज़्यादा होती है उम्मीद सुबह के होने की। भूल बैठे हैं वो अंधकार में ही ज़्यादा होती है उम्मीद सुबह के होने की।
सांसे तेरे लिए यारा मेरी चलने लगी, बात बढ़ने लगी, मोहब्बत होने लगी, मन में तेरे लिए सांसे तेरे लिए यारा मेरी चलने लगी, बात बढ़ने लगी, मोहब्बत होने लगी, मन ...
भारत में कई खूबियां, भारत खुद में अनोखा, सबसे ज्यादा बोलियों और धर्मों का घरोंदां, ए भारत में कई खूबियां, भारत खुद में अनोखा, सबसे ज्यादा बोलियों और धर्मों का ...
शायद वो निष्पक्ष निर्दोष बचपन चला गया। सही कहते हैं लोग कि मैं अब बड़ी हो गयी हूँ।। शायद वो निष्पक्ष निर्दोष बचपन चला गया। सही कहते हैं लोग कि मैं अब बड़ी हो गयी ...