साल नव अर्पित उन्हें हो, आज मित्रों भाग्य की ठोकर जिन्होंने, कल थी खाई। जीत का सेहरा बँधे, हर ... साल नव अर्पित उन्हें हो, आज मित्रों भाग्य की ठोकर जिन्होंने, कल थी खाई। जी...