हर रात आता है एक ही स्वप्न, कैसे बंद करुँ मैं देखना दुःस्वप्न। उठना है सुबह बजे पाँच, हर रात आता है एक ही स्वप्न, कैसे बंद करुँ मैं देखना दुःस्वप्न। उठना है सुब...
वंदे मातरम का फिर से अलख जगाना होगा वंदे मातरम का फिर से अलख जगाना होगा