आज मै पौधों से एक बात पूछता हूं, उनकी नजरों में अपनी औकात पूछता हूं। आज मै पौधों से एक बात पूछता हूं, उनकी नजरों में अपनी औकात पूछता हूं।
वही मिलना औ बिछड़ना, रूठना औ मनाना ज़िंदगी से फिर वही मुलाकात मुबारक हो वही मिलना औ बिछड़ना, रूठना औ मनाना ज़िंदगी से फिर वही मुलाकात मुबारक हो
फरियाद अपनी लेके, जाएँ तो जाएँ किधर। अल्लाह भी बेजुबां है, सवालात ही कुछ ऐसे हैं... फरियाद अपनी लेके, जाएँ तो जाएँ किधर। अल्लाह भी बेजुबां है, सवालात ही कुछ ऐस...
और हम दोनों चलते रहे मैं इस किनारे वो उस किनारे शब्दों की पतवार थामे ! और हम दोनों चलते रहे मैं इस किनारे वो उस किनारे शब्दों की पतवार थामे !
इतनी रात किधर निकली? इतनी रात को क्यूं लौटी? किसके साथ तू बैठी थी? थी किसके साथ तू घूम रही... इतनी रात किधर निकली? इतनी रात को क्यूं लौटी? किसके साथ तू बैठी थी? थी ...
जीतने का शौक तो हारने का खौफ़ भी है, मगर प्यार की हो बात तो हमें मात कुबूल है, जीतने का शौक तो हारने का खौफ़ भी है, मगर प्यार की हो बात तो हमें मात कुबूल है...