क्या अभी भी बाकी है क्या अभी भी बाकी है
सराहना तो आपकी चंद लोग ही करेंगे बाकी सब तो बस पीठ पीछे बातें करेंगे सराहना तो आपकी चंद लोग ही करेंगे बाकी सब तो बस पीठ पीछे बातें करेंगे
पा जाऊँ जब मैं लक्ष्य तब, मेरे प्रयास को जरूर सराहना। पा जाऊँ जब मैं लक्ष्य तब, मेरे प्रयास को जरूर सराहना।
वो खुशियों का जहाँ बसाया जो हमने उसमें ही हरपल जीना अच्छा लगता है। वो खुशियों का जहाँ बसाया जो हमने उसमें ही हरपल जीना अच्छा लगता है।
खुशी होती है, जब आप मुझे अपनी बाहें में चारों ओर से लपेटते हैं। खुशी होती है, जब आप मुझे अपनी बाहें में चारों ओर से लपेटते हैं।
खुद चुप रहकर मेरे शब्दों को सब तक पहुँचाती है, खुद चुप रहकर मेरे शब्दों को सब तक पहुँचाती है,