कभी कभी ठहर के रुक के बैठिए इत्मिनान से आवाजें जरूर आयेंगी। कभी कभी ठहर के रुक के बैठिए इत्मिनान से आवाजें जरूर आयेंगी।
विश्वास दिखता नहीं पर प्यार का भार जन्म भर उठाते हैं संबंधों की डोरी। विश्वास दिखता नहीं पर प्यार का भार जन्म भर उठाते हैं संबंधों की डोरी।
रिश्ते पानी होते है रिश्ते आग भी होते है। रिश्ते पानी होते है रिश्ते आग भी होते है।