ऋतुराज का है यही जीवन संदेश, प्रकृति नित्य बदलती स्वयं का वेश। बसंत ऋतु की महत्ता क ऋतुराज का है यही जीवन संदेश, प्रकृति नित्य बदलती स्वयं का वेश। बसंत ऋत...
काजल की बिसात बस इतनी सी, दो बंद कोठियों के बीच ही अपना शहर बसाए। काजल की बिसात बस इतनी सी, दो बंद कोठियों के बीच ही अपना शहर बसाए।
अँखियों में काजल, लगाया है तूने, पलकें नचाती है तू, मुझ को ललचाने अँखियों में काजल, लगाया है तूने, पलकें नचाती है तू, मुझ को ललचाने