गोरी भोली तोर सुरतिया ये रामा, खूब हमके सतावे... गोरी भोली तोर सुरतिया ये रामा, खूब हमके सतावे...
आज बाबूजी नईखन बाकी याद में अँखिया भर आवे। आज बाबूजी नईखन बाकी याद में अँखिया भर आवे।
अँखियों में काजल, लगाया है तूने, पलकें नचाती है तू, मुझ को ललचाने अँखियों में काजल, लगाया है तूने, पलकें नचाती है तू, मुझ को ललचाने