धरती के श्रृंगार हैं पेड़, जीवन के आधार हैं पेड़। धरती के श्रृंगार हैं पेड़, जीवन के आधार हैं पेड़।
बचपन की यादों और जवानी के दिनों का बसेरा होता है यूँ तो पीढ़ियां बदल जाती है मगर अपना घर अपना होता ... बचपन की यादों और जवानी के दिनों का बसेरा होता है यूँ तो पीढ़ियां बदल जाती है मग...