कुछ ख्वाब यूँ रुलाते है बनकर घाव तड़पाते है खोये से रहते है हम यूँ जब ख्वाब नहीं आते है। कुछ ख्वाब यूँ रुलाते है बनकर घाव तड़पाते है खोये से रहते है हम यूँ जब ख्वाब न...