फिर कभी कभी पार्क में टहलने जाता, तो बेंच पे ही सुस्ताता, बेंच बेचारा कभी बुरा नहीं मनाता। फिर कभी कभी पार्क में टहलने जाता, तो बेंच पे ही सुस्ताता, बेंच बेचारा कभी ...
संस्कार मेरी मिट्टी की वफ़ादारी हैं, सम्मान की सूरत बड़ी निराली हैं ! संस्कार मेरी मिट्टी की वफ़ादारी हैं, सम्मान की सूरत बड़ी निराली हैं !
कहीं वफ़ादारी मिले वो मोड़ ढूँढने आयी हूँ मैं हर तरफ़ सिर्फ स्वार्थ बिखरा पड़ा है कहीं वफ़ादारी मिले वो मोड़ ढूँढने आयी हूँ मैं हर तरफ़ सिर्फ स्वार्थ बिखरा पड़...