अंत में हमेशा प्राइमरी के टीचर ही क्यों दोषी ठहराए जाते हैं। अंत में हमेशा प्राइमरी के टीचर ही क्यों दोषी ठहराए जाते हैं।
पिंजरे में जैसे बंद पक्षी असमर्थ अंगों को हिलाने डुलाने में पिंजरे में जैसे बंद पक्षी असमर्थ अंगों को हिलाने डुलाने में