शुद्धात्मा को जानकर तजी सम्पदा षट्खण्ड की, तृणसम निरर्थक मानकर। शुद्धात्मा को जानकर तजी सम्पदा षट्खण्ड की, तृणसम निरर्थक मानकर।
भारतमाता के सपुतों ने हमेशा से ही अपनी माॅं की हिफाजत, रक्षा के लिए सामने आयी हर विपदा का घैर्य से स... भारतमाता के सपुतों ने हमेशा से ही अपनी माॅं की हिफाजत, रक्षा के लिए सामने आयी हर...