आज ये एक दुःख़द कल्पना है बच्चों ,तुमसब बच्चे यदि न चेते तो ये कजल की भयवाह सच्चाई है ,अपने जीवन में... आज ये एक दुःख़द कल्पना है बच्चों ,तुमसब बच्चे यदि न चेते तो ये कजल की भयवाह सच्च...
महक रही है हर दिशा, कृषक बो रहे धान। देकर अनाज देश को, भूखा रहे किसान।। महक रही है हर दिशा, कृषक बो रहे धान। देकर अनाज देश को, भूखा रहे किसान।।
प्रभु की भक्ति में शक्ति है, भक्ति कीजिए। प्रभु की भक्ति में शक्ति है, भक्ति कीजिए।
तो क्यों अब इससे और वियोग करो आओ सब मिलकर कुछ देर योग करो। तो क्यों अब इससे और वियोग करो आओ सब मिलकर कुछ देर योग करो।
रसायनों के प्रयोग से छीन लो पौरुषत्व, मैं बस देना चाहूँगा, सब को यही सलाह ! रसायनों के प्रयोग से छीन लो पौरुषत्व, मैं बस देना चाहूँगा, सब को यही सलाह !