फिर हरे से सुनहरा होगा धरती का हर छोर, क्योंकि आई है बारिश ! पिछले साल सी इस बार भी। फिर हरे से सुनहरा होगा धरती का हर छोर, क्योंकि आई है बारिश ! पिछले साल...
रसना फिर फिर चाखि। रसना फिर फिर चाखि।
बसंत पंचमी आई मां शारदे को मनाऊंगी। बसंत पंचमी आई मां शारदे को मनाऊंगी।