हे ! युवक , भूल मत अपनी शक्ति तेरे अंदर भूकंप की भयंकरता है। हे ! युवक , भूल मत अपनी शक्ति तेरे अंदर भूकंप की भयंकरता है।
हे नौकरी, क्या तुम्हें मालूम है कितने लोगों का ख्वाब हो तुम। हे नौकरी, क्या तुम्हें मालूम है कितने लोगों का ख्वाब हो तुम।