मुश्किलों में भी जो हरदम मुस्कुरा कर मिलती है। जिसके द्वार आकर मुसीबतें भी लौट जाती है मुश्किलों में भी जो हरदम मुस्कुरा कर मिलती है। जिसके द्वार आकर मुसीबतें भ...
मेरे पंख होते और मैं इधर उधर उड़कर चली जाती । मेरे पंख होते और मैं इधर उधर उड़कर चली जाती ।
इस कलयुगी संसार में, सब जलते हैं दूसरों के सुखों पर इस कलयुगी संसार में, सब जलते हैं दूसरों के सुखों पर