बड़ा अजीब है रिवाज तेरे इस शहर का दिल मिलते नहीं, हाथ मिलाते चलें बड़ा अजीब है रिवाज तेरे इस शहर का दिल मिलते नहीं, हाथ मिलाते चलें
कभी भी मुझसे झूठ नहीं बोलते हो मुझे मेरे सच से ही मिलाते हो कभी भी मुझसे झूठ नहीं बोलते हो मुझे मेरे सच से ही मिलाते हो