बस अश्क़ लिए, फिरते हैं गलियों -गलियों बस अश्क़ लिए, फिरते हैं गलियों -गलियों
जब मिलना ही था उनसे तो बिछुड़न का दर्द बनाया क्यूँ ! जब मिलना ही था उनसे तो बिछुड़न का दर्द बनाया क्यूँ !