बसन्त आयो लायो फगुनवा बयार भी बौराय रही। तीखी-तीखी छुरियां जैसे नस-नस हमरे चुभाए रही बसन्त आयो लायो फगुनवा बयार भी बौराय रही। तीखी-तीखी छुरियां जैसे नस-नस ह...
लहराता है आंचल तेरा झोंका हवा का जब आता है, लहराता है आंचल तेरा झोंका हवा का जब आता है,