वो दूर दूर अक्सर रहती मुझसे फ़िर भी लगता बेइन्तहा मेरे पास थी. वो दूर दूर अक्सर रहती मुझसे फ़िर भी लगता बेइन्तहा मेरे पास थी.
फिर सोचा कि तैर चलें दरिया के उस पार, मगर आगे ना बढ़ पाए, फिर सोचा कि तैर चलें दरिया के उस पार, मगर आगे ना बढ़ पाए,