तुम्हारे कुर्ते पर धुलेगा तो छूट जाएगा रंग नाम न मिटेगा मन से... तुमने कहा था कभी मुड़कर ... तुम्हारे कुर्ते पर धुलेगा तो छूट जाएगा रंग नाम न मिटेगा मन से... तुमने ...
दिखावटी मुहब्बत भी उसे अब पसन्द नहीं अब जनाज़ों को, भीड़ का काँधा नहीं मिलता दिखावटी मुहब्बत भी उसे अब पसन्द नहीं अब जनाज़ों को, भीड़ का काँधा नहीं मिलता